Saturday 20 April 2024

 

।।धैर्यं शक्तिः अस्ति।।

ऑस्ट्रेलिया में बांस की एक किस्म होती है जो एक दशक तक जमीन के अंदर अपनी जड़ें फैलाती है और जमीन के बाहर उसकी एक पत्ती भी दिखलाई नहीं देती. लेकिन एक दिन ऐसा आता है जब न केवल वह धरती फाड़कर फूटता है बल्कि बहुत तेजी से बढ़ता चला जाता है.

Sunday 14 April 2024

 आनंद ही लक्ष्य है, सरलता ही अस्त्र है, ध्यान और अध्यात्म ही समाधान है...

-बुद्ध



समाज-परिवार खत्म होने के साइड इफेक्ट...

नशा, अकेलापन, डिप्रेशन और एंजाइटी से जूझ रही है दुनिया. ब्रिटेन में 90 लाख के आसपास लोग अकेलेपन की समस्या से पीड़ित हैं. जापान में इससे भी ज्यादा. भारत में भी 6 प्रतिशत आबादी यानी करोड़ों लोग. 

Saturday 13 April 2024


खुद को HTM यानी Hope teller Machine न बनने दें. लोगों की उम्मीदें स्वाभाविक हैं, लेकिन आप इसे सहजता से लीजिए. दुनिया में हर किसी को खुश नहीं रखा जा सकता.

मिर्जा गालिब कह गए हैं... हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले...

Sunday 7 April 2024


 गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं- धर्मक्षेत्रे, कर्मक्षेत्रे, समावेत: युयुत्सव:!

मतलब ये संसार महाभारत के कुरुक्षेत्र की भांति युद्ध का मैदान है. यहां कर्मयुद्ध तो करना ही पड़ेगा. आप चाहें या नहीं. और कोई चारा ही नहीं है.


यह दुनिया ऐसी ही है. यहां कमजोरी अभिशाप है. प्रकृति भी कमजोर जीवों को जिलाए रखने के पक्ष में नहीं होती. चार्ल्स डार्विन का सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट का सिद्धांत भी यही कहता है.

Wednesday 3 April 2024


 रूस में एक कहावत है- A hammer shatters glass but forges steel.

यानी हथौड़े की चोट शीशे को तोड़ देती है लेकिन लोहे को फौलाद बना देती है.

Tuesday 2 April 2024

 


महात्मा गांधी कहा करते थे- 'मानवता सागर की तरह है, अगर सागर की कुछ बूंदें गन्दी हैं, तो सागर गन्दा नहीं हो जाता. खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं.'

सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट...

  ओरिजिन ऑफ स्पेशिज में 'सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट...' की अपनी थ्योरी लिखते हुए डार्विन लिखते हैं- 'हर प्राणी को खाने के लिए भोजन व ...