दुनिया में अधिकांश महत्वपूर्ण चीजें उन लोगों द्वारा पूरी की गई हैं, जो तब भी प्रयास करते रहे हैं जब उन्हें कोई उम्मीद ही नहीं थी.
-डेल कार्नेगीहमारी खुशी की कुंजी हमारे पास ही है. हमारी समस्याओं का समाधान हमारे पास ही है. इसके लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं है बल्कि खुद से खुद की पहचान कराने की जरूरत है. अपने अंदर और बाहर के तार को जोड़ने की जरूरत है. आइए Happy Science के जरिए मिलकर रास्तों को तय करते हैं, मुश्किलों को आसान बनाते हैं.
Sunday 30 April 2023
Saturday 29 April 2023
जिंदगी एक कैफेटेरिया की तरह है. अपनी प्लेट लो, पसंद का खाना डालो और बिल चुकाओ. अगर आप पैसे देने को तैयार हैं तो वहां आपकी पसंद की कोई भी चीज मिल सकती है. किसी कैफेटेरिया में अगर आप इस बात का इंतजार करें कि वेटर आकर आपसे कुछ खाने को पूछेगा तो आप इंतजार ही करते रह जाएंगे. जिंदगी भी कुछ ऐसी ही है. आप चुनाव करते जाइए और कीमत चुकाते जाइए.
Sunday 23 April 2023
Sunday 16 April 2023
युद्ध हो या जीवन, सफलता केवल तीन शस्त्रों से प्राप्त होती है- धर्म, धैर्य और साहस. जिंदगी आसान नहीं है, किसी के लिए भी नहीं होती. उसे वैसा ही जीने में आनंद ढूंढ लेनी चाहिए जैसी वो है. कभी-कभी जिंदगी नीचे भी ले जाएगी. घबराना मत. क्योंकि एक शिखर से दूसरे पर जाने के लिए नीचे आना ही पड़ता है. जिंदगी में जंप का कोई सिस्टम होता ही नहीं.
Saturday 15 April 2023
Sunday 9 April 2023
जो आपकी रफ्तार रोकें... उन बंधनों को तोड़ना क्यों जरूरी?
पुराने समय से ऋषि-मुनि कहते आए हैं कि आपके कर्म ही आपके जीवन का आईना हैं. यानी आप जो बोओगे वही काटोगे. जिंदगी में आप वही पाते हो, जैसी आपकी इनर वाइब्रेशंस हैं, यानी जैसे आप भीतर से हैं. इसके लिए जरूरी है कि आप खुद की समीक्षा करें, अपने अंदर एक उदार, एक शांत चित्त को विकसित करें और यह तभी हो सकेगा जब आपका मन एकदम नदी के जल सा निर्मल हो जाए.
अब सवाल उठता है कि निर्मल आनंद के इस मार्ग तक खुद को कैसे लाया जाए?
ओशो कहते थे- जीवन की एकमात्र कसौटी है आनंद. जिस जीवन को आप जी रहे हैं, उसमें अगर आनंद नहीं आ रहा है, तो जान जाना चाहिए कि आप गलत जी रहे हैं. कुछ तो फॉल्ट है आपके जीवन जीने के तरीके में. दुख गलत होने का सबूत है और आनंद ठीक होने का. इसलिए जीवन का उत्सव मनाओ. खुद को प्रेम और करुणा से भर दो और दूसरों को भी ऐसा होने में मदद करो. खुद का विस्तार करो. सभी बेजान चीजों, जीवों और कुदरत के प्रति संवेदनशील बनो. हमेशा अहोभाव में रहो, कृतज्ञता और धन्यवाद से भरे रहो.
बाहरी मन की पकड़ से परे ताकतें तय करती हैं कि जिंदगी में किस-किससे हम मिलेंगे, वे हम पर क्या असर डालेंगे? जिंदगी हमें वही देती है, जिसे सीखने की हमें जरूरत होती है और कभी-कभी यह सीखना दुख के जरिए होता है.
पारिवारिक जीवन और रिश्तों के जाल के बीच भी खुद को शांत बनाए रखने का तरीका क्या है? इसके लिए सबसे पहला काम है रिश्तों में अपेक्षाएं मत रखो. अपना सर्वश्रेष्ठ दो, नतीजे की चिंता किए बगैर. अतीत की मान्यताओं, संस्कारों, आदतों और नियमों से बाहर निकलो. अतीत से बंधे हुए मन से मुक्ति जरूरी है.
जीवन में होश सबसे जरूरी है. अगर होश से फैसले करेंगे, तो हमेशा आनंद में रहेंगे. हर लम्हा होश, प्रेम और आनंद से भरपूर होना चाहिए. याद रखें कि मौजूदा लम्हा ही सबसे अहम है. जीवन को समग्रता से जिओ, पूरी तरह डूब कर. हम आधा-अधूरा जीते हैं. अभी और यहां जिओ. छोटी-छोटी चीजों में जागरूक होकर देखो. छोटे-छोटे काम होश में रहकर करो.
आपको एक बात याद रखनी है कि हालात कैसे भी हों आपका काम सबसे पहले खुद को खुश रखना है बाकी चीजें आपके लिए बाद में मायने रखेंगी. आपकी खुशी आपके लिए सबसे अधिक मायने रखनी चाहिए.
इसका तरीका है खुद के विकास पर लगातार काम करें. जहां से मिले ज्ञान सीखने की कोशिश करें. उम्र कोई भी हो... जिंदगी बदली जा सकती है इसलिए कोई भी उम्र हो हारकर मत बैठो. मन को जितना सरल बना सको बनाओ, समाज का बोझ ले कर मत चलो.
क्योंकि एक विमान को भी उड़ान भरने के लिए पहले बोझ हल्का करना पड़ता है. यही कारण है कि विमानों में यात्रा करने वालों के पास मौजूद सामान का वजन निश्चित होता है. सरल, सहृदय और शांत चित्त ही एक आनंदित जीवन की ओर बढ़ने का पहला चरण है...बस आपको इसी दिशा में शुरुआत करनी है, फिर एक-एक प्रतिशत करके आपका जीवन खुद बदलते चला जाएगा.
Sunday 2 April 2023
आप जैसा सोचते हैं वैसा ही बन जाते हैं...
'यत् भावो–तत् भवति'...
अर्थात् आप जैसा सोचते हैं वैसा ही बन जाते हैं...
जिंदगी में हम हालात तो नहीं चुन सकते मगर अपना नजरिया तो चुन ही सकते हैं. चुनाव हमारा है. चाहे हम हालात पर विजय पाएं या हालात का शिकार बनें. हमारी स्थिति हमें नहीं, बल्कि किसी स्थिति में हम अपने आपको कैसे संभालते हैं और कैसे ढालते हैं, उसी से हमारी सफलता तय होती है.
दोस्तों, आपका जीवन किस दिशा में चलेगा या आप किस तरह की चीजों और लोगों को अपने आसपास देखना चाहेंगे ये आपके फैसलों पर निर्भर करता है. आपके आसपास अच्छा-बुरा सबकुछ घटित हो रहा है. उनमें से आप अपने लिए क्या चुनते हैं इसी से आपकी जिंदगी तय होती है, आपके आसपास के लोग तय होते हैं.
सफलता के लिए गहरी इच्छाशक्ति का होना बहुत जरूरी है. नेपोलियन हिल लिखते हैं- इंसान जो सोच सकता है और जिसमें यकीन कर सकता है वह उसे हासिल भी कर सकता है.
ये सच ही कहा गया है कि इंसान के विचार ही उसकी दुनिया का निर्माण करते हैं. आप अपने को कहां व्यवस्त रखते हैं? चुनौतीपूर्ण वक्त में आप सकारात्मक रास्ते को चुनते हैं या खुद को बिखरने देते हैं ये आप पर निर्भर करता है. दुनिया में ढेरों ऐसे लोगों के उदाहरण है कि बर्बादी के हालात में पहुंचने के बाद भी जिन्होंने कोशिशें नहीं छोड़ी और सफलता की ओर बढ़ते चले गए और दुनिया में एक मिसाल कायम की.
शिव खेड़ा लिखते हैं-
जिंदगी एक कैफेटेरिया की तरह है. अपनी प्लेट लो, पसंद का खाना डालो और बिल चुकाओ. अगर आप पैसे देने को तैयार हैं तो वहां आपकी पसंद की कोई भी चीज मिल सकती है. किसी कैफेटेरिया में अगर आप इस बात का इंतजार करें कि वेटर आकर आपसे कुछ खाने को पूछेगा तो आप इंतजार ही करते रह जाएंगे. जिंदगी भी कुछ ऐसी ही है. आप चुनाव करते जाइए और कीमत चुकाते जाइए.
हालांकि, जीवन में किसी भी काम को लगातार करना या किसी राह पर सफलता मिलने तक बिना रुके चलते रहना इतना भी आसान नही होता है! लेकिन आप लोग निराश मत होइए क्योंकि सफलता की राह ही यही है. जो सफल हुए हैं वो इसी राह से गुजरे हैं और उन्होंने पहले खुद को विचारों के लेवल पर मजबूत बनाया, फिर अपने विचारों को अमलीजामा पहनाया और तब तक नहीं रुके जब तक जीत नहीं गए.
सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट...
ओरिजिन ऑफ स्पेशिज में 'सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट...' की अपनी थ्योरी लिखते हुए डार्विन लिखते हैं- 'हर प्राणी को खाने के लिए भोजन व ...
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हम सबके मन में अक्सर ये सवाल आता है कि जीवन को कैसे जिया जाए. क्या किया जाए जिससे जीवन सार्थक बन सके. खोखलेपन और दिखावे की जिंदगी से मुक्ति ...
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कह रहा है शोर-ए-दरिया से समुंदर का सुकून, जिसमें जितना ज़र्फ़ है, उतना ही वो ख़ामोश है...
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